अंजू पाण्डेय को वक्ता मंच द्वारा रचनाकार सम्मान समारोह में अक्षर शिल्पी सम्मान से सम्मानितकिया गया।

अंजू पाण्डेय को वक्ता मंच द्वारा रचनाकार सम्मान समारोह में अक्षर शिल्पी सम्मान से सम्मानितकिया गया।

अंजू पाण्डेय को वक्ता मंच द्वारा रचनाकार सम्मान समारोह में अक्षर शिल्पी सम्मान से सम्मानितकिया गया।

अंजू पाण्डेय को वक्ता मंच द्वारा रचनाकार सम्मान समारोह में अक्षर शिल्पी सम्मान से सम्मानितकिया गया।




खरोरा;--
प्रदेश की अग्रणी सामाजिक संस्था वक्ता मंच द्वारा 20 अप्रैल को राजधानी के वृन्दावन सभागृह में आयोजित रचनाकार सम्मान समारोह में अंचल की शिक्षिका कवयित्री, को उनके लेखन क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्ट योगदान के लिए अक्षर शिल्पी सम्मान से सम्मानित किया गया।

समारोह में सौ से अधिक साहित्यिक प्रतिभाओं के सम्मान के साथ साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान किया गया।

संस्था के अध्यक्ष राजेश पराते मंच को संबोधित करते हुए कहा किभारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में साहित्यकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। उस दौर के लेखकों ने अपनी लेखनी से आम जनता में राष्ट्रीयता की भावना का संचार किया था। मुंशी प्रेमचंद ने उस वक्त कहा था कि साहित्य राजनीति के आगे चलनेवाली मशाल है। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने स्पष्ट लिखा है - मुर्दा है वह देश जहां साहित्य नहीं है। वक्ता मंच द्वारा विगत 31 वर्षों से प्रतिवर्ष आयोजित की जानेवाली इस सम्मान श्रृंखला के तहत अब तक प्रदेश के 5000 से अधिक रचनाकारों को प्रोत्साहित किया जा चुका है। आज के आयोजन 
में यतीश श्रीवास्तव, एम राजीव, खेमेश्वर पुरी गोस्वामी, शिव शंकर सोनपिपरे, शुभा शुक्ला 'निशा' एवं पी के त्रिपाठी अतिथि की आसंदी पर सुशोभित थे। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते एवं बेहतरीन संयोजन मंच के संयोजक शुभम साहू द्वारा किया गया।


श्री रोहित वर्मा जी खबर

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