सेन जी महाराज की 725वीं जयंती:सेन समाज ने हर्षोल्लास के साथ मनाई संत सेन जी महाराज की जयंती
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी सेन समाज सेवा समिति भिलाई दुर्ग के तत्वावधान में संत शिरोमणि श्री सेन जी महाराज की जयंती नेहरू नगर स्थित सेन परिसर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।सेन समाज के अध्यक्ष एवं वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने संत शिरोमणि सेन जी महाराज की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित के साथ विधिवत पूजन कर आयोजन का श्री गणेश किया जिसके पश्चात सेन समाज के सदस्यों द्वारा सेन जी महाराज का विधिविधान के साथ पूजन एवं आरती किया गया।इस अवसर पर अध्यक्ष रिकेश सेन ने कहा कि सेन जी महाराज सदैव सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति थे।हमेशा धर्म में आस्था और विश्वास रखने वालों पर परमात्मा कृपा करते हैं।संत
शिरोमणि सेन जी महाराज ने समाज में एकता और समरसता का संदेश दिया है,वे जातिवाद के नहीं मानववाद के समर्थक थे उन्होंने अपने जीवन में भाईचारा और सामाजिक एकरूपता पर जोर दिया,मध्यकाल के संतों में सेन महाराज का स्थान महत्वपूर्ण है क्योंकि इन्होंने भारतीय संस्कृति के अनुरूप जनमानस को शिक्षा और उपदेश के माध्यम से एकरूपता में पिरोया।सभी उनके जन्म उत्सव के अवसर पर संकल्प लें कि सेन जी महाराज के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात कर सदैव सर्व समाज के हित के लिए तत्पर रहेंगे।बच्चों को शिक्षित कर समाज को अग्रिम पंक्ति में लाने का प्रयास करें।सेन समाज युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने सेन समाज के प्रथम प्रांताध्यक्ष स्व. सुरेश कुमार उमरे को नमन करते हुए कहा कि सर्वसमाज को
जोड़ने में सेन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है।सामाजिक विकास के क्रम में ऐतिहासिक रूप से सेन समाज के लोगों ने अपने प्रति जो विश्वास अर्जित किया है वह समाज की बड़ी धरोहर है।लगभग सभी संस्कारों में सेन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।समाज ने सत्य,अहिंसा, सामाजिक समरसता, सद्भाव और सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।सेन समाज ने सदैव परिवार और समाज को जोड़ने का काम किया है।कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में सेन समाज के सदस्य उपस्थित थे।