सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे

सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे

सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे

सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे


दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्ग में सड़क हादसों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि सोचनीय विषय है।उन्होंने इस विषय पर लगाम लगाने के लिए पहल करने कलेक्टर अभिजीत सिंह से आग्रह किया है।डॉ.प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग में सड़क हादसों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।खराब सड़क डिजाइन और अव्यवस्थित इन्फ्रास्ट्रक्चर भी सड़क हादसों की संख्या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।कई दुर्घटनाएं गलत तरीके से बनाई गई सड़कों और लापरवाह इंजीनियरिंग के कारण होती हैं।जिला प्रशासन को सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े सुधारों पर काम करने की जरूरत है तथा इसके लिए कई अहम कदम उठाने की आवश्यकता है जिनमें सड़क सुरक्षा शिक्षा,ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करना,सड़क डिजाइनों में सुधार और आधुनिक तकनीकों का उपयोग शामिल है।डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर नई योजनाएं और एडवांस सॉल्यूशन अपनाकर दुर्घटनाओं की संख्या को कम कर सकते हैं।इसके लिए जागरूकता अभियान और सेफ्टी नॉर्म्स का पालन सुनिश्चित करना जरूरी है।यातायात नियमों की पालन करते हुए और सावधानी से वाहन चलाने से ही सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है।यातायात नियमों की पालना करते हुए वाहन चलाया जाए और मोबाइल का उपयोग,शराब से दूरी रखें तो काफी हद तक हादसों पर अकुंश लगाया जा सकता है।सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाए तो जान बचाई जा सकती है।सड़क हादसे में घायल लोगों की सहायता के लिए लोगों को आगे आने की आवश्यकता है।सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर समस्या बन चुकी है।ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें।प्रशासन के प्रयासों के साथ-साथ यदि हम भी सतर्क रहें,तो इस समस्या से बचा जा सकता है।डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग में कई जगह जहां पर दुर्घटनाएं हुई हैं,वहां रोशनी कम है।ऐसी जगहों पर रात के समय दुर्घटना होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।इसलिए इन्हें चिन्हांकित करके पर्याप्त रोशनी का इंतजाम प्रशासन को करना चाहिए।दुर्ग जिले में हादसों की बढ़ती संख्या ने सिर्फ यातायात पुलिस ही नहीं यहां रहने वाले लोगों की भी चिंता बढ़ा दिया है क्योंकि यदि आप दोपहिया में हैं और किसी बड़े वाहन की गलती से दुर्घटना हुई तो आपका बचना दूसरा जीवन जैसा है,क्योंकि लोग चालानी कार्रवाई से डरने के बजाए फाइन पटाकर वही गलती दोहरा रहे हैं,इसलिए यातायात पुलिस को चाहिए कि वो मुख्य चौराहों पर कैंप लगाकर लोगों को जागरुक करें,यही नहीं रात के समय नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर भारी जुर्माना करे ताकि नियम तोड़ने वाले दूसरे वाहन चालकों पर इसका असर पड़े।

भवदीय 
डॉ. प्रतीक उमरे 
पूर्व एल्डरमैन 
नगर निगम दुर्ग।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3